लॉकडाउन के दौरान सब्जी की दुकानों और मंडियों को खोलने में परेशानी होती है और ऐसा करने पर भीड़ की समस्या उत्पन्न हो जाती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि लॉकडाउन के दौरान लोगों के पास सब्जी और जरूरी सामान खरीदने का कुछ ही समय होता है. लोगों को सब्जी खरीदने का समय तीन घंटे ही दिया जाता है. ऐसा इसलिए किया जाता है की सब्जी मंडियों में भीड़ नहीं हो और कोरोना का फैलाव रोका जा सके. परन्तु भीड़ फिर भी होती है क्योंकि सब्जी आदि सामान जरूरी होता है और हर परिवार को यह रोजाना चाहिए होता है. तो फिर वही आबादी जो पूरे दिन में यह खरीददारी करती थी अब इस तीन घंटे के समय में एक साथ निकल पड़ती है. तो फिर भीड़ तो होगी ही.
परन्तु इस समस्या का कोई स्थाई और सरल उपाय तो होगा?
क्या है वह समाधान जिससे कोविड-लॉकडाउन के दौरान सब्जी की दुकानों को भी खोला जा सके और भीड़ भी न हो?
श्री आर एन अरविन्द (सेवानिवृत्त आई ए एस अधिकारी)
श्री आर एन अरविन्द (सेवानिवृत्त आई ए एस अधिकारी) का मानना है की हर शहर कसबे में खेल के मैदान खाली पड़े हैं. जरूरत के मुताबिक़ इन खेल के मैदानों में फल सब्जी की मंडी लगाने के लिए परमिट दिए जाएँ तो इस समस्या से काफी हद तक राहत मिलेगी. सब्जी के ठेले, दुकानें दूर-दूर स्थित किए जाएँ और एक दुकान का सामान सब्जी आदि सामान भी दूर-दूर रखा जा सकता है क्योंकि यह मैदान है और यहाँ खूब स्थान उपलब्ध है. इससे सोशल डिस्तान्सिंग की भी पालना होगी और कोरोना का डर भी कम होगा. हाँ मास्क की अनिवार्यता तो होगी ही.
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