29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के रुप में मनाया जाता है क्योंकि इस दिन हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का जन्म हुआ था जिन्हें हॉकी का जादूगर भी कहा जाता है इन्होंने अपने खेल का एक अनूठा प्रदर्शन किया पूरी दुनिया में अपने खेल की कला का परचम लहराया इसीलिए इनके जन्म दिवस 29 अगस्त को इन्हें सम्मान देते हुए राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में हर वर्ष मनाया जाता है (इनका जन्म 29 अगस्त 1950 में हुआ था) l
राष्ट्रीय खेल दिवस का मुख्य उद्देश्य
खेल दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य यही है कि भारतीय युवाओं को उनकी कला और प्रदर्शन खेलों में उत्साहित होने में मिले और वह अपने जीवन में खेलों द्वारा सफलता प्राप्त कर सके तथा अपने इस कला को प्रदर्शित करें पूरे दुनिया के सामने जैसे की ध्यान मेजर ध्यान सिंह राष्ट्रीय खिलाड़ी इसका एक बहुत ही बेहतरीन उदाहरण है”
कॉलेज/इंस्टिट्यूट/खेल एकेडमी द्वारा प्रतियोगिता
इस दिन स्कूल कॉलेज/इंस्टिट्यूट/खेल एकेडमी अन्य शिक्षण संस्थाओं में इस खेलों का आयोजन किया जाता है तथा प्रतियोगियों द्वारा प्रतियोगिताओं का आयोजन होता है और प्रतियोगी बड़े उत्साह के साथ इस खेल में भाग लेते हैं और इसी के तौर पर विजेता खिलाड़ी को इनाम दिया जाता है तथा इस दिन को खेल दिवस के रूप में मना कर ध्यान मेजर राष्ट्रीय खेल खिलाड़ी को सम्मान के साथ याद करके वर्तमान युवा पीढ़ी को एक संदेश प्रदान किया जाता है l
मेजर ध्यानचंद ने हॉकी को एक भारत में प्रचलित किया
हॉकी के इस महान जादूगर का जन्म 19 अगस्त 1950 को इलाहाबाद उत्तर प्रदेश में हुआ था बचपन में इन्हें खेल का इतना लगाव नहीं था हॉकी खेलने की प्रतिभा जन्मजात नहीं थी परंतु मेजर ध्यानचंद ने इस खेल में अभ्यास लगन और संकल्प के सहारे इस हॉकी खेल के मुकाम पर सफलता प्राप्त की l
भारतीय हॉकी का स्वर्ण युग
“पद्मभूषण” से सम्मानित इस खिलाड़ी को आगे भी ओलंपिक “गोल्ड मेडल” जीते और इन्हें समय में भारतीय हॉकी प्रदर्शन का स्वर्ण युग भी कहां गया भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन खेल में उत्तम प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाता है यह आयोजन प्रतिवर्ष राष्ट्रपति भवन में किया जाता है वह भी राष्ट्रपति द्वारा खिलाड़ियों को नेशनल स्पोर्ट्स अवार्ड देकर उन्हें सम्मानित किया जाता है और आगे भविष्य के लिए प्रेरित उत्साहित किया जाता है |