News Blog By: Shri SP MITTAL | First Published on: 15-05-2025 | Updated On: 11:37:26 AM | Report Language: Hindi/English | Report Source: Online | Source Confirmed: True | Report Category: News Report | Audio Report: NO | Video Report: Watch Related Report on VB News YouTube Channel @visheshbaat | Read Time: 1 Minute | ©VisheshBaat
LAST UPDATED ON: 15-05-2025 11:37:26 AM
सवाल उठाने के बजाए ऐसे माहौल को बने रहने देना चाहिए।
आजादी के बाद से ही पाकिस्तान के आतंकी भारत के जम्मू कश्मीर और अन्य इलाकों में वारदातें करते रहे। अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद जम्मू कश्मीर में काफी हद तक आतंकी घटनाओं पर नियंत्रण किया गया, लेकिन 7 से 10 मई 2025 तक पहला अवसर रहा, जब भारतीय सेना ने आतंकियों को उनके घर पाकिस्तान में ही मार डाला। चार दिनों की सैन्य कार्यवाही में करीब सौ आतंकी मारे गए तथा अनेक ठिकाने ध्वस्त कर दिए गए। अब आतंकियों को अहसास हो गया है कि वे पाकिस्तान में भी सुरक्षित नहीं है। भारत की सेना अब कभी भी पाकिस्तान में घुसकर मौत के घाट उतार सकती है। यही वजह है कि पाकिस्तान में रहकर भी आतंकी डरे हुए है। अब भारत में 22 अप्रेल की पहलगाम जैसी वारदात करने में आतंकियों को सौ बार सोचना पड़ेगा। चूंकि आतंकियों को पाकिस्तान की सेना और वहां की कठपुतली सरकार का समर्थन मिलता है, इसलिए पाकिस्तान में आतंकियों को कोई डर नहीं होता। यह पहला अवसर है, जब आतंकी डर रहे हैं। भारतीय सेना ने आतंकियों के खिलाफ जो माहौल बनाया है, वह बने रहने देना चाहिए। कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दल सैन्य कार्यवाही पर सवाल उठा रहे है। यह सही है कि भारत में अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर कुछ भी बकवास करने का अधिकार है, लेकिन जो भारतीय देशभक्त होगा, वह कभी भी अपनी सेना की कार्यवाही पर सवाल नहीं उठाएगा। पाकिस्तान पर हुई सैन्य कार्यवाही के बाद सेना के वरष्ठि अधिकारियों ने विस्तृत जानकारी दे दी है। सेना के जवाब के बाद सवाल उठाने की कोई गुंजाइश नहीं है। हमारीसैन्य कार्यवाही पर सवाल उठाकर कुछ द्रेशद्रोही लोग पाकिस्तान और आतंकियों की मदद करना चाहते हैं।
आखिर तुर्किए पर प्रतिबंध लगाने पर कांग्रेस चुप क्यों है?
भारत-पाकिस्तान के बीच हुई सैन्य कार्यवाही में चीन के साथ साथ तुर्किए ने भी पाकिस्तान की मदद की। पाकिस्तान ने भारत की सीमा में जो चार सौ ड्रोन भेजे वे सब तुर्किए के थे। हालांकि हमारे एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी ड्रोनों को आसमान में ही मार गिराया, लेकिन तुर्किए की इस हिमाकत को लेकर भारत में जबरदस्त विरोध है। सरकार ने भी तुर्किए पर कुछ प्रतिबंध लगाए हैं। 14 मई को जब कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रवक्ता जयराम रमेश और पवन खेड़ा से तुर्किए पर प्रतिबंध लगाने के बारे में राय जानी गई तो दोनों प्रवक्ता एक दूसरे को माइक थमाने लगे। बाद में पवन खेड़ा ने कहा कि इस सवाल का जवाब बाद में दिया जाएगा। जाहिर है कि तुर्किए पर प्रतिबंध लगाने पर कांग्रेस खामोश है। जानकारी के मुताबिक सैन्य कार्यवाही के बाद भारत के नागरिकों ने तुर्किए में घूमने का इरादा त्याग दिया है। टूरिस्ट कंपनियां लगातार बुकिंग रद्द करवा रही है। मौजूदा समय में प्रतिवर्ष तुर्किए को करीब पांच अरब डॉलर मूल्य का माल भारत से निर्यात किया जाता है, जबकि करीब तीन अरब डॉलर का माल आयात होता है। भारत को अपने मामल को अन्य देशों में खपाने में सक्षम है। लेकिन यदि कारोबार पर प्रतिबंध लगाता है तो तुर्किए को गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा।
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